Two Line Shayari In Hindi
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Hindi Two Line Shayari
बिखरी हुई वो ज़ुल्फ़ इशारों में कह गई,
मैं भी शरीक हूँ तेरे हाल-ए-तबाह में।
मैं भी शरीक हूँ तेरे हाल-ए-तबाह में।
Sitam Ye Hai Ke Humari Safon Mein Shamil Hain,
Charaag Bujhte Hi Khema Badlne Wale Log.
Charaag Bujhte Hi Khema Badlne Wale Log.
पूछा न जिंदगी में किसी ने भी दिल का हाल,
अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।
अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।
होने लगे रुखसत मेरा दामन पकड़ लिया,
जाओ नही कहकर मुझे बाँहों मे भर लिया।
जाओ नही कहकर मुझे बाँहों मे भर लिया।
ab Tak Tha Dam Mein Dam Na Dabe Aasmaan Se Hum,
Jab Dam Nikal Gaya Toh Zameen Ne Dabaa Liya.
Jab Dam Nikal Gaya Toh Zameen Ne Dabaa Liya.
भूले हैं रफ्ता-रफ्ता उन्हें मुद्दतों में हम,
किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हम से पूछिए।
किश्तों में खुदकुशी का मज़ा हम से पूछिए।
ये कौन है कि जिसका जिस्म हमसे ज़िन्दा है,
हमें तो चेहरा भी आईने में अपना नहीं लगता।
हमें तो चेहरा भी आईने में अपना नहीं लगता।
Iss Jahan Mein Kab Kisi Ka Dard Apnate Hain Log,
Rukh Hawa Ka Dekh Kar Aksar Badal Jate Hain Log.
Rukh Hawa Ka Dekh Kar Aksar Badal Jate Hain Log.
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी,
इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता।
इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता।
जीत लेते हैं हम मुहोब्बत से गैरों का भी दिल,
पर ये हुनर जाने क्यों अपनों पर चलता ही नहीं।
पर ये हुनर जाने क्यों अपनों पर चलता ही नहीं।
Bhare Baajaar Se Aksar Main Khali Haath Aata Hun,
Kabhi Khwahish Nahi Hoti Kabhi Paise Nahi Hote.
Kabhi Khwahish Nahi Hoti Kabhi Paise Nahi Hote.
लोग बेवजह ढूंढ़ते हैं खुदकुशी के तरीके हजार,
इश्क करके क्यों नहीं देख लेते वो एक बार।
इश्क करके क्यों नहीं देख लेते वो एक बार।
बुढे माँ बाप को अपने घर से निकाल रख़ा है,
अजिब शौख़ है बेटे का कुतों को पाल रख़ा है।
अजिब शौख़ है बेटे का कुतों को पाल रख़ा है।
Samandar Bebasi Apni Kisi Se Keh Nahi Sakta,
Hajaron Meel Tak Faila Hai Fir Bhi Beh Nahi Sakta Hai.
Hajaron Meel Tak Faila Hai Fir Bhi Beh Nahi Sakta Hai.
ये अलग बात है दिखाई न दे मगर शामिल जरूर होता है,
खुदकुशी करने वाले का भी कोई कातिल जरूर होता है।
खुदकुशी करने वाले का भी कोई कातिल जरूर होता है।
ये सोच के कटवा दिया कमबख्त ने वो पेड़,
आँगन में मेरे है और पड़ोसी को हवा देता है।
आँगन में मेरे है और पड़ोसी को हवा देता है।
Aayina Phaila Raha Hai KhudFarebi Ka Ye Marz,
Har Kisi Se Keh Raha Hai Aap Sa Koi Nai.
Har Kisi Se Keh Raha Hai Aap Sa Koi Nai.
जिसकी कफस में आँख खुली हो मेरी तरह,
उसके लिये चमन की खिजाँ क्या बहार क्या।
उसके लिये चमन की खिजाँ क्या बहार क्या।
तुम सामने आये तो अजब तमाशा हुँआ,
हर शिकायत ने जैसे खुदखुशी कर ली।
हर शिकायत ने जैसे खुदखुशी कर ली।
Zinda Rahane Ki Ab Yeh Tarkeeb Nikaali Hai,
Zinda Hone Ki Khabar Sab Se Chhupa Li Hai.
Zinda Hone Ki Khabar Sab Se Chhupa Li Hai.
कांटे किसी के हक में किसी को गुलो-समर,
क्या खूब एहतमाम-ए-गुलिस्ताँ है आजकल।
क्या खूब एहतमाम-ए-गुलिस्ताँ है आजकल।
फितरत किसी की ना आजमाया कर ऐ जिंदगी,
हर शख्स अपनी हद में बेहद लाजवाब होता है।
हर शख्स अपनी हद में बेहद लाजवाब होता है।
Kya Kahiye Kis Tarah Se Jawani Gujar Gayi,
BadNaam Karne Aayi Thi BadNaam Kar Gayi.
BadNaam Karne Aayi Thi BadNaam Kar Gayi.
वह काले कोस सहर की खुशी में काटे हैं,
सहर का रंग मगर रात से भी बदतर था।
सहर का रंग मगर रात से भी बदतर था।
कभी कुछ रिश्ते इस कदर घायल कर देंते है,
की अपने ही घर लौट पाना मुश्किल हो जाता है।
की अपने ही घर लौट पाना मुश्किल हो जाता है।
Iss Daur-e-Siyasat Ka Itna Sa Fasana Hai,
Basti Bhi Jalani Hai Maatam Bhi Manana Hai.
Basti Bhi Jalani Hai Maatam Bhi Manana Hai.
फलक के तारों से क्या दूर होगी जुल्मत-ए-शब,
जब अपने घर के चरागों से रोशनी न मिली।
जब अपने घर के चरागों से रोशनी न मिली।
उनसे बिछड़े तो मालूम हुआ मौत क्या चीज है,
ज़िन्दगी वो थी जो हम उनकी महफ़िल में गुजार आए।
ज़िन्दगी वो थी जो हम उनकी महफ़िल में गुजार आए।
Khud Ko Bhi Kabhi Mahsoos Kar Liya Karo,
Kuchh Raunakein Khud Se Bhi Hua Karti Hain.
Kuchh Raunakein Khud Se Bhi Hua Karti Hain.
Hindi Two Line Shayari in Hindi
इन में लहू जला हो हमारा कि जान ओ दिल,
महफ़िल में कुछ चराग़ फ़रोज़ाँ हुए तो हैं।
महफ़िल में कुछ चराग़ फ़रोज़ाँ हुए तो हैं।
नशा इन निगाहों का अब जीने ना देगा,
लग गया जो एक बार तो कुछ और पीने ना देगा।
लग गया जो एक बार तो कुछ और पीने ना देगा।
Khoob Hausla Barhaya Aandhiyon Ne Dhool Ka,
Magar Do Boond Barish Ne Aukaat Bata Di.
Magar Do Boond Barish Ne Aukaat Bata Di.
वो बात सारे फ़साने में जिस का ज़िक्र न था,
वो बात उन को बहुत ना-गवार गुज़री है।
वो बात उन को बहुत ना-गवार गुज़री है।
बहुत कमजोर निकला तु तो ए दिल,
और तुझे लेकर मैं दुनिया संभालने निकला था।
और तुझे लेकर मैं दुनिया संभालने निकला था।
Yeh Kahan Mumkin Hai Ke Har Lafz Bayaan Ho,
Kuchh Parde Hon Darmiyaan Ye Bhi Toh Lazimi Hai.
Kuchh Parde Hon Darmiyaan Ye Bhi Toh Lazimi Hai.
अब अपना इख़्तियार है चाहे जहाँ चलें,
रहबर से अपनी राह जुदा कर चुके हैं हम।
रहबर से अपनी राह जुदा कर चुके हैं हम।
तरस आता है मुझे अपनी मासूम सी पलकों पर,
जब भीग कर कहती है की अब रोया नहीं जाता।
जब भीग कर कहती है की अब रोया नहीं जाता।
Iraade BandhTa Hun, Sochta Hun, Tod Deta Hun,
Kahin Aisa Na Ho Jaye, Kahin Waisa Na Ho Jaye.
Kahin Aisa Na Ho Jaye, Kahin Waisa Na Ho Jaye.
दिल से तो हर मोआमला कर के चले थे साफ़ हम,
कहने में उन के सामने बात बदल बदल गई।
कहने में उन के सामने बात बदल बदल गई।
किसी टूटे हुए मकान की तरह हो गया है ये दिल,
कोई रहता भी नहीं और कमबख्त बिकता भी नहीं।
कोई रहता भी नहीं और कमबख्त बिकता भी नहीं।
Achha Yekeen Nahi Hai Toh Kashti Duba Ke Dekh,
Ek Tu Hi Nakhuda Nahi Zalim Khuda Bhi Hai.
Ek Tu Hi Nakhuda Nahi Zalim Khuda Bhi Hai.
ग़म-ए-जहाँ हो रुख़-ए-यार हो कि दस्त-ए-अदू,
सुलूक जिस से किया हम ने आशिक़ाना किया।
सुलूक जिस से किया हम ने आशिक़ाना किया।
लफ़्ज़ों के इत्तेफाक़ में यूँ बदलाव करके देख,
तू देख कर न मुस्कुरा बस मुस्कुरा के देख।
तू देख कर न मुस्कुरा बस मुस्कुरा के देख।
Nikal Aate Hain Aansoo Gar Jara Si Chook Ho Jaye,
Kisi Ki Aankh Mein Kajal Lagana Khel Thode Hi Hai.
Kisi Ki Aankh Mein Kajal Lagana Khel Thode Hi Hai.
बे-दम हुए बीमार दवा क्यूँ नहीं देते,
तुम अच्छे मसीहा हो शिफ़ा क्यूँ नहीं देते।
तुम अच्छे मसीहा हो शिफ़ा क्यूँ नहीं देते।
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,
कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
Mile Jo Muft Mein Uss Cheej Ki Keemat Nahi Hoti,
Huyi Hai Kadr Har Ek Saans Ki Jab Waqt Aaya Hai.
Huyi Hai Kadr Har Ek Saans Ki Jab Waqt Aaya Hai.
ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिस में,
हर घड़ी दर्द के पैवंद लगे जाते हैं।
हर घड़ी दर्द के पैवंद लगे जाते हैं।
आइना और दिल वैसे तो दोनो ही बडे नाज़ुक होते है लेकिन,
आइने मे तो सभी दिखते है और दिल मे सिर्फ अपने दिखते है।
आइने मे तो सभी दिखते है और दिल मे सिर्फ अपने दिखते है।
Manzilein Hoti Hain Kuchh Aisi Ke Jinki Raah Mein,
Dam Nikal Jaaye Agar Toh Fakhr Ki Hi Baat Hai.
Dam Nikal Jaaye Agar Toh Fakhr Ki Hi Baat Hai.
तेरी आमद से घटती उम्र जहाँ में सब की,
फैज़ ने लिखी है यह नज़्म अनूठे ढब की।
फैज़ ने लिखी है यह नज़्म अनूठे ढब की।
वक़्त को भी हुआ है ज़रूर किसी से इश्क़,
जो वो बेचैन है इतना कि ठहरता ही नहीं।
जो वो बेचैन है इतना कि ठहरता ही नहीं।
Abhi Mehfil Mein Chehre Naadan Najar Aate Hain,
Lau Chiraagon Ki Jara Aur Ghata Di Jaye.
Lau Chiraagon Ki Jara Aur Ghata Di Jaye.
आँख जो कुछ देखती है लब पे आ सकता नहीं,
महव-ए-हैरत हूँ कि दुनिया क्या से क्या हो जाएगी।
महव-ए-हैरत हूँ कि दुनिया क्या से क्या हो जाएगी।
उड़ जायेंगे तस्वीरों से रंगो की तरह हम,
वक़्त की टहनी पर हैं परिंदो की तरह हम।
वक़्त की टहनी पर हैं परिंदो की तरह हम।
Bade Logon Se Milne Mein Hamesha Faasla Rakhna,
Jahaan Daria Samandar Mein Mile Daria Nahi Rahta.
Jahaan Daria Samandar Mein Mile Daria Nahi Rahta.
मुझे रोकेगा तू ऐ नाख़ुदा क्या ग़र्क़ होने से,
कि जिन को डूबना है डूब जाते हैं सफ़ीनों में।
कि जिन को डूबना है डूब जाते हैं सफ़ीनों में।
लोग पूछते है वजह तेरे मेरे करीब होने की,
बता दे उनको मैं इश्क हूँ और तू मेरी आदत।
बता दे उनको मैं इश्क हूँ और तू मेरी आदत।
Sookhe Huye Shajar Ko Paani Mila Nahin,
Aaj Sabz Hua Aangan Toh Barish Hone Lagi.
Aaj Sabz Hua Aangan Toh Barish Hone Lagi.
हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है,
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा।
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा।
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