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गणित सीखने का हिट फार्मूला नंबर 3

मैथ्स सीखने का हिट फॉर्मूला पकड बनााएं  अन्य विषयों की भांति गणित के विभिन्न अध्यायों के प्रश्नों के मान पहले से सीबीएसई द्वारा तय कर दिए जाते हैं। तैयारी करते समय प्रत्येक खंड के मान के अनुसार समय का निर्धारण करें। जाहिर है कि अधिक मान वाले खंडों पर पहले पकड बनाने का प्रयास करें। अब अंतिम समय में ऎसे अध्यायों से दूर रहना ही बेहतर होगा जो आपकी समझ से एकदम बाहर हैं। हालांकि संबंधित अध्यापक से मदद लेकर अंतिम प्रयास करने में कोई बुराई नहीं है।

गणित सीखने का हिट फार्मूला नंबर 2

मैथ्स सीखने का हिट फॉर्मूला अभ्यास करें  बोर्ड के एग्जाम में एनसीईआरटी की टेक्स्ट बुक्स से बाहर कुछ नहीं आता है। इसलिए गणित में भी प्रत्येक सॉल्व और अनसोल्व प्रश्नों को अपने आप करने का अभ्यास अवश्य करें। पुनरावृति करते रहने से गलतियाँ कम होने के साथ दिए गए समय में संपूर्ण प्रश्नपत्र आत्मविश्वास के साथ हल किए जाने की संभावनाएँ बढ़ती चली जाएँगी। अन्य विषयों की भाँति गणित के विभिन्न अध्यायों के प्रश्नों के मान पहले से सी बीएसई द्वारा तय कर दिए जाते हैं। प्रत्येक खंड के मान के अनुसार समय का निर्धारण करें।

गणित सीखने का हिट फार्मूला नंबर 1

मैथ्स सीखने का हिट फॉर्मूला गणित के नाम से अक्सर छात्रों में डर की स्थिति देखने को मिलती है। इस प्रकार के हौव्वे के शिकार ऎसा नहीं कि भारतीय छात्र ही हैं बल्कि देश विदेश में कमोबेश यही मनोदशा देखी जा सकती है। यही कारण है कि दसवीं के बाद बडी संख्या में युवा गणित के बदले अन्य वैकल्पिक विषयों का चुनाव कर आगे पढाई करना पसंद करते हैं। अगर गौर से देखा जाए तो यह बिलकुल स्पष्ट सा प्रतीत होता है कि गणित ही इकलौता ऎसा विषय है जिसमें शत-प्रतिशत अंक लाने से कुल प्राप्तांकों में छलांग संभव हो सकती है। तो इस बार बात करते हैं गणित के कुछ साधारण परंतु सरल टिप्स की जिनकी बदौलत अंकों में काफी इजाफा संभव हो सकता है। गणित विषय की पढ़ाई कभी भी पुस्तक पढ़ने के रूप में करने की भूल नहीं करनी चाहिए। नोटबुक में प्रश्नों के साथ उनका हल सही और निर्धारित स्टेप्स के अनुसार पूरी तरह से लिखकर ही करना चाहिए।

गणित का पहला नियम

गणित सीखना किसी भाषा को सीखने की तरह है। जिस तरह बचपन में हम हिंदी या अपनी क्षेत्रीय भाषा को सीखते हैं, उसी तरह गणित को भी धीरे धीरे सीखा जाता है। पहले हम नंबर के बारे में जानते हैं, फिर उनका जोड़, घटाव, गुना, भाग फिर धीरे धीरे हम स्टेप बाई स्टेप आगे सीखते चले जाते हैं। कुछ बच्चों को गणित मुश्किल इसलिए लगता है कि वो इस विषय को रटने लगते हैं।  गणित रटा नहीं जाता है बल्कि सीखा जाता है । बचपन में जब आप हिंदी सीख रहे थे तो क्या मम्मी, पापा, दादा, दादी रटे थे, या किसी वाक्य को रट लिए थे। जैसे कि मुझे खाना चाहिए। जब भी भूख लगे तो ये वाक्य बोलना है। नहीं, हमने सीखा था, हम इस वाक्य को कई तरीके से बोल सकते हैं। इसी तरह गणित को भी सीखने की कोशिश करिये, रटने की नहीं।  पुरे गणित में कोई भी सूत्र (फार्मूला) रटना नहीं है बल्कि ये जानना है की ये सूत्र कहाँ से आया । तब हम धीरे धीरे सीखते चले जाएंगे। और गणित में मजा आने लगेगा। और सबसे इम्पोर्टेन्ट बात ये है कि इसमें वक्त लगता है। जिस तरह हिंदी सिखने में हमें कई साल लग गए थे उसी तरह गणित , हर दिन कुछ नया सीखिये। वक्त लगेगा, लेकिन एक बार आपको ...